
आगरा। पति ने तीन तलाक दिया, तो उसका विरोध करने पर गैंगरेप किया गया। पीड़ित महिला ने डीएम, एसएसपी से गुहार लगाई। गैंगरेप पीड़िता के आरोपों पर पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। अब पीड़िता ने महिला आयोग से शिकायत की है। वहीं चेतावनी दी है कि यदि उसके साथ न्याय नहीं हुआ, तो छह जून को वो आत्मदाह करेगी।
थाना शाहगंज निवासी महिला ने एसएसपी कार्यालय में सोमवार को प्रार्थना पत्र दिया। आरोप लगाया कि उसका निकाह 21.4.2014 को जावेद हुसैन पुत्र नवाब हुसैन निवासी किदवई नगर, सराया ख्वाजा से हुआ था। जावेद और उसके परिवार ने तभी से पीड़िता का शोषण शुरू कर दिया। 28.10.2016 को पीड़िता को पति ने तीन तलाक के समर्थन में पत्नी को प्रदर्शन में शामिल होने के लिए जाने को कहा, जिसका महिला ने विरोध किया। पीड़ित महिला ने बताया कि इसके विरोध में उसके पति और परिवार ने एकराय होकर मुस्लिम शरीयत के खिलाफ बोलने का आरोप लगाकर उसे काफिर करार दे दिया और घर से निकाल दिया। इसकी शिकायत उसने थाना शाहगंज में की। पुलिस ने मामले को पारिवारिक और धार्मिक बताते हुए घर में बैठक कर मामला सुलझाने के लिए पीड़ित महिला को जबरन पति के साथ भेज दिया। इसके बाद 28.10.2016 को पीड़िता के साथ एजाद, जाहिद, जाकिर ने जबरन दुष्कर्म किया। पीड़ित को गर्भपात की दवा खिला दी गई। इसके बाद महिला को बाग मुज्जफर खान में परिवार सेवा क्लीनिक 1154 पर ले जाकर गर्भपात कराया गया। महिला को बंधक बनाकर कमरे में रखा गया।
किसी तरह से वो एक फरवरी 2017 को घर से भागी और अपने मायके पहुंची। पुलिस को इसकी तहरीर स्पीड पोस्ट के माध्यम से दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। महिला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी सहित प्रदेश के पुलिस अधिकारियों को पत्र लिखकर इंसाफ की मांग की है। पीड़िता ने चेतावनी दी है कि यदि उसके साथ इंसाफ नहीं हुआ, तो वो छह जून को आत्मदाह कर लेगी। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच कराकर जो भी कार्रवाई होगी की जाएगी।
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